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क्या बैंक निफ़्टी में निफ़्टी 50 से ज्यादा पैसा कमाया जा सकता है ?| How to trade in Bank Nifty
बैंक निफ़्टी इंडेक्स: Bank Nifty Index or Nifty Bank me Trading kase kari jati hai
अगर आप को बैंक निफ़्टी में ट्रेड करना है ,और निफ़्टी इंट्राडे में निफ्टी इंट्राडे में व्यापार कैसे करें? ये सब आपको को सीखना है तो आप को बैंक निफ़्टी की चाल को बहुत ही अच्छे से समझना होगा। क्योंकि बैंक निफ़्टी में निफ़्टी ५० की
अपेछा बहुत ही जयादा Volatility होती है। ये बहुत ही जायदा ऊपर नीचे करता है आप का पैसा बस कुछ ही समय के अंदर बहुत ही जायदा बन सकता है और कुछ की मिनट के अंदर आप का पैसा पूरा जीरो हो सकता है। तो आप जयादा से जायदा कैसे मुनाफा कमा सकते है इसलिए सब से पहले आप को बैंक निफ़्टी में समझना होगा।
बैंक निफ्टी आप को क्या दर्शाता है? आप बैंक निफ़्टी बैंक निफ्टी इंडेक्स का उपयोग कैसे कैसे अच्छी प्रकार से कर सकते है ? बैंक निफ्टी के उपयोग – करके अधिक से अधिक आप पैसा बना सकते है इसलिए आप इस आर्टिकल को एक बार अच्छी तरह से समझ ले तो आप को पूरा खेला समझ में आ जायेगा। फिर आप को कही और जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी
Bank Nifty में कौन-कौन से बैंक आते हैं?
बैंक निफ्टी एक सेक्टोरल इंडेक्स है, सेक्टोरल का मतलब आसान Language में ये कुछ बैंको का संघटन , जब ये सरे बैंक मिलकर जैसा परफॉर्म करते है उन सभी का पूरा डाटा बैंक निफ़्टी इंडेक्स में हम को दिखता है।
इसमें सभी प्राइवेट और गोवेर्मेंट बैंक इसमें प्राइवेट और PSU बैंक शामिल है।
बैंक निफ़्टी फ्यूचर्स और ऑप्शन सेगमेंट में सब से जायदा लोग इसकी को पसंद करते है क्योंकि इसकी लॉट साइज बहुत की कम मात्र 20 qty में हो जाती है। बैंक निफ़्टी में ट्रेड करने के लिए बहुत ही जायदा मार्जिन मनी की भी जरूरत नहीं पड़ती है।
यह NSE पर F&O ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध है।
बैंक निफ़्टी इंडेक्स जैसा कि आपको नाम से ही पता लग रहा है. इंटेक्स मतलब समूह और बैंक इंडेक्स मतलब बैंकों का समूह. शायद आपको समझ में आ गया होगा कि बैंक निफ़्टी इंडेक्स होता क्या है.
बैंक निफ़्टी इंडेक्स बैंकों का एक समूह होता है जिसमें लगभग सभी सरकारी बैंक जिसको PSU Bank बोलते हैं और प्राइवेट बैंक लगभग 12 है इसमें जिसको निफ़्टी प्राइवेट बैंक बोला जाता है.
लगभग सभी सरकारी और प्राइवेट बैंकों को मिलाकर एक समूह बनाया गया है और इस समूह को ही हम बैंक निफ़्टी इंडेक्स के नाम से जानते हैं.
ध्यान देने वाली एक बात यह है कि इसमें जो सबसे अच्छे बैंक है उन बैंकों को ही इस इंडेक्स में शामिल किया गया है और उसी तरह से जो सबसे अच्छे सरकारी बैंक है उन बैंकों को ही इस इंडेक्स में शामिल किया गया.
Bank Nifty index stocks list 2021 and 2022
NIfty Psu Bank list
- CANRABANK
- PNB
- BANKOF INDIA
- SBI
- UCO BANK
- MAHABANK
- PSB
- BANK OF BARODA
- J&K BANK
- IOB
- UNIONBANK
- CENTRAL BANK
- INDIAN BANK
- NIFTY PRIVATE BANK
- CITIBANK
- CUB
- IDFIRSTBANK
- FEDERAL BANK
- HDFC BANK
- AXIS BANK
- BANDHAN BANK
- KOTAK BANK
- INDUSIND BANK
- RBL BANK
- list updated on date 1 Nov 2021
आगे और भी कुछ बदलाव हो सकते हैं मतलब बैंक इंडेक्स में अच्छा प्रदर्शन करने वाले बैंकों को इस लिस्ट में बरकरार रखा जाता है और ख़राब प्रदर्शन करने वालों को इस लिस्ट से हटा कर किसी दूसरे बैंक को जगह दी जाती है.
मतलब कुछ चुनिंदा बैंक जो कि अच्छा परफॉर्म करते हैं उनको ही इस बैंक इंडेक्स में जगह दी गई है.
शायद आपको समझ में आ गया होगा कि बैंक निफ़्टी इंडेक्स का पूरा मतलब.
अब आपके दिमाग में एक सवाल आ रहा होगा कि निफ्टी इंडेक्स क्या होता है और उसको निफ़्टी इंडेक्स क्यों बोला जाता है.
इसको जानने के लिए आप हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ सकते हैं यहां पर हमने पूरी अच्छी तरीके से समझाने की कोशिश की है कि निफ़्टी इंडेक्स क्या होता है और बैंक निफ़्टी इंडेक्स निफ़्टी इंडेक्स से किस तरह से अलग है आप यह जानकारी यहां से जरूर पढ़ें.
What is nifty 50 index and how this is diffrence from Bank nifty
Bank Nifty index stocks list 2022 and 2023
बैंक निफ़्टी इंडेक्स stocks की लिस्ट जो अभी आपको मैंने ऊपर बताई है. उन सभी स्टॉक्स में आप ट्रेडिंग कर सकते हैं. आप चाहे तो किसी एक स्टॉक को सिलेक्ट करके या चुनकर अपनी पसंद का स्टॉक जिसमें आपको पूरा भरोसा है उसको लेकर आप उसमें फ्यूचर और ऑप्शन
में ट्रेडिंग कर सकते हैं जैसे कि आपको बैंक निफ्टी के प्राइवेट बैंक के इंडेक्स में उदाहरण के तौर पर मान लेते हैं कि आपको कोटक बैंक
पसंद है या किसी को एसबीआई बैंक पसंद आता है तब वह इन स्टॉक्स को अलग से इसमें पोजीशन अगर बनाना चाहता है मतलब वह अलग से इसमें इसके फ्यूचर ऑप्शन में ट्रेडिंग करना चाहता है तो वह इन स्टॉक को इसमें से ले सकते है हालांकि ऐसी कोई भी नियम नहीं है कि आप जहां सही हो देखें समझे या चुने यह सिर्फ एक इंडेक्स है.
आपको और भी किसी बैंक में अगर ट्रेडिंग करनी है तो वह आप अपने हिसाब से उस बैंक में ट्रेडिंग कर सकते हैं.
Bank Nifty index trading share price
बैंक निफ़्टी में अगर आप ट्रेड करने जा रहे हैं तब आपको इन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
बैंक निफ़्टी इंडेक्स में ट्रेडिंग करने के लिए आपको इसका प्राइस चेक करना होता है इसका प्राइस चेक करने का तरीका बहुत ही आसान है आप कोई भी ब्रोकर का डिमैट अकाउंट अगर इस्तेमाल करते हैं.
- बैंक निफ्टी में ट्रेड करने के लिए हमें कुछ स्ट्रेटेजी को बनाना होता है
- बैंक निफ्टी में स्ट्रेटेजी के बिना ट्रेड करना थोड़ा मुश्किल काम है
- मार्केट की दिशा या उसका ट्रेंड हमें पता होना चाहिए स्ट्रेटेजी बनाने से पहले
- बैंक निफ़्टी अब तक का सबसे ज्यादा वोलेटाइल इंडेक्स है यह बहुत तेजी से ऊपर नीचे करता है. इसलिए यहां पर बहुत ही ज्यादा नुकसान होने की भी संभावना होती है.
- कोई भी स्ट्रेटेजी अगर आप बनाते हैं बैंक निफ्टी में आप कभी भी अपनी पोजीशन को नेकेड ना रखें हमेशा अपनी पोजीशन को कवर करके और उसको हेज जरूर करें हेज करने से आपका रिस्क कवर हो जाता है.
उसका तरीका बिलकुल एक जैसा है जैसे कि आप किसी स्टॉक्स को वॉच लिस्ट में लगाते हैं.
जैसे यहां पर आपको मैंने zerodha का उदाहरण देकर बताने की कोशिश की है कि जरोदा में आप बैंक निफ़्टी इंडेक्स को कैसे लगाते हैं.
चलिए देखते हैं यहां पर zerodha में मैंने कैसे लगाया.
अगर हम यह उदाहरण मानते है कि निफ्टी अभी का जो लेवल है. वह 39500, पर है.
अब इसमें दो तरीके से ट्रेडिंग होती है
1 इसमें फ्यूचर में ट्रेडिंग करी जाती है तब आपको बैंक निफ़्टी का पूरा फ्यूचर खरीदना होता है.
2 इसमें ऑप्शन में ट्रेडिंग करी जाती है तब आपको इसमें बैंक निफ्टी के कॉल या पुट ऑप्शन खरीदना या बेचना होता है.
चलो इसको हम एक उदाहरण से समझते हैं सबसे पहले हम यह समझेंगे कि बैंक निफ़्टी का फ्यूचर खरीदने के लिए हमें क्या करना होता है.
मान लिया हमें बैंक निफ्टी का नवंबर महीने का फ्यूचर खरीदना है.
बैंक निफ़्टी में हेजिंग कैसे करते हैं
तब हम इसको इस तरह से अपने डीमेट की वॉच लिस्ट में टाइप करेंगे.
फ्यूचर को खरीदने के लिए आपको काफी ज्यादा मार्जिन मनी की जरूरत पड़ती है इसलिए एक अनुमान के तौर पर हम यह मानते हैं कि बैंक निफ्टी का एक लॉट का फ्यूचर खरीदने के लिए कम से कम आपको 1.5 Lakh रुपए की जरूरत पड़ेगी.
दूसरा अगर आपको इसमें फ्यूचर खरीदने के लिए आपके पास इतने पैसे नहीं है तब आप इसका ऑप्शन खरीद सकते हैं ऑप्शन खरीदने के लिए आपको कुछ इस तरीके से अपनी प्राइस को वाच लिस्ट में टाइप करना होगा टाइप करने से पहले आपको यह अनुमान लगाना है, या
डिसाइड करना है, या निश्चय करना है की बैंक निफ़्टी पिछले महीने में कैसा था मतलब अगर पिछले महीने ये इंडेक्स नीचे की तरफ ट्रेड कर रहा था तब 1 महीने के बाद इसका फ्यूचर क्या होने वाला है फ्यूचर का मतलब यह 1 महीने के बाद कैसा प्रदर्शन करने वाला है.
उसी अनुमान के आधार पर हम इसके कॉल या पुट खरीदते हैं.
अब आपको यह जानकर हैरानी होगी कि आप ना सिर्फ इसके कॉल या पुट को खरीद सकते हैं बल्कि आप इसके कॉल या पुट को डायरेक्ट sell कर सकते हैं जिसको हम लोग Shorting कहते हैं
या इसको शार्ट सेल करना बोलते हैं.
महत्वपूर्ण चेतावनी:
अगर आप नेकेड कॉल और पुट को शार्ट करते हैं या डायरेक्ट बेचते हैं तब आपको इसमें बहुत ही बड़ा है जोखिम उठाने की कोशिश कर रहे हैं यहां पर बहुत बड़ा रिस्क होता है जो आपको पता भी नहीं होता है कि आप कितना बड़ा नुकसान झेल सकते हैं नुकसान इतना बड़ा हो सकता है कि आपका पूरा पैसा खत्म हो सकता है इससे बड़ी बात या इससे बड़ी चेतावनी और कुछ नहीं हो सकती।
फिर क्या करना चाहिए आपको| क्या हम बैंक को शार्ट नहीं कर सकते हैं.
मेरा कहने का मतलब यह है कि आपको जब भी शार्ट करना है तब आपको अपनी पोजीशन या जो भी स्ट्राइक प्राइस को आप शॉर्ट करने जा रहे हैं उसको अपनी प्रोटेक्शन के लिए हेज करना होता है.
जैसा कि मैंने आपको बताया अगर आप नेकेड करते हैं तब आप बहुत बड़ा खतरा मोल ले रहे होते हैं लेकिन अगर आप अपनी पोजीशन को hedge के द्वारा protect कर देते हैं तब आप इसमें शॉर्ट सेल कर सकते हैं और यहां से आप पैसे भी कमा सकते हैं.
Nifty Bank option buy or sell | who earn more money Bank nifty buyers or sellers
बैंक निफ़्टी एक contract होता है. मतलब इसमें आप 1 महीने से लेकर 3 महीने के बीच का सौदा या कॉन्ट्रैक्ट ले सकते हैं.
कॉन्ट्रैक्ट से आपको समझ में आ रहा होगा कि इसकी एक तय समय सीमा हो गई.
मतलब अगर आप फ्यूचर में या भविष्य में कि 3 महीने मैं यह सोचते हैं कि बैंक निफ्टी 3 महीने में ऊपर जा सकता है या 3 महीने का हम उदाहरण ना ले लेकर 1 महीने का लेते हैं और अगर आप 1 महीने का सौदा लेना चाहते हैं तब आप यह सोचते हैं कि बैंक निफ्टी अगले 1 महीने में कितना ऊपर जाएगा.
उसी हिसाब से इसके कॉल या पुट ऑप्शन को खरीदते हैं या उसको बेचते हैं अगर यह ऊपर नहीं जाता है और ऊपर जाता है तब आप को उस समय कैसा फायदा या नुकसान होने की संभावना है चलिए जानते हैं.
मान लेते हैं 1 महीने में बैंक निफ्टी ऊपर नहीं गया.
लेकिन इसका दूसरा पहलू हम यह देखते हैं कि बैंक निफ्टी आपके हिसाब से अगले 1 महीने में ऊपर चला गया.
दूसरे केस में बैंक निफ़्टी से आपको फायदा हो जाएगा लेकिन पहले केस में आपको नुकसान दो तरीके से होगा एक अगर ऊपर नहीं गया तब बहुत ज्यादा नुकसान नहीं होना चाहिए.
लेकिन एक कॉन्ट्रैक्ट जो होता है उसकी एक अपनी टाइम वैल्यू होती है और इस टाइम वैल्यू वैल्यू के द्वारा ही इसकी प्राइस या इसका मूल्य अपने आप गिरने लगता है जिसको बोलते हैं टेक्निकल भाषा में time decay . मतलब समय के मूल्य का गिरना।
इसलिए जो ऑप्शन सेल करते हैं या शार्ट करते हैं उनको ऑप्शन खरीदने वालों से ज्यादा मुनाफा होने की संभावना होती है.
क्योंकि उनको समय के मूल्य जो उसका क्षरण होता है उससे उनका फायदा होता है.
लेकिन मैंने आपको पहले ऊपर बताया कि शॉर्ट सेल करने से आपको काफी बड़ा नुकसान हो सकता है इसलिए आप अपनी पोजीशन को हमेशा प्रोटेक्ट करें उसको हेज करें बिना हेज के आप कभी भी short sell ना करें।
बैंक निफ़्टी ऑप्शन चैन का योगदान
बैंक निफ्टी में ऑप्शन चैन को कैसे समझते हैं.
ऑप्शन चेन जिन लोगों ने पोजीशन अपनी डिलीवरी में बना करके रखी होती है उन लोगों का सारा डाटा एक जगह पर इकट्ठा कर लिया जाता है और यह डाटा एक चैन की तरह दिखता है मतलब एक तरफ कॉल वाले खरीदार होते हैं और दूसरी तरफ पुट वाले खरीदार होते हैं.
ऑप्शन चैन में हम यह मानकर चलते हैं कि इसमें जितने भी लोगों ने अपनी पोजीशन को बना करके रखा है वह सारे के सारे लोग या लगभग लगभग ऑप्शन सेलर हैं.
ऑप्शन सेलर ऑप्शन खरीदने वालों से ज्यादा उनको महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि एक भी ऑप्शन को सेल करने के लिए काफी ज्यादा पैसे की जरूरत पड़ती है और यह अनुमान हम लोग लगाते हैं कि जो भी ऑप्शन चैन में पोजीशन बनाकर के लोगों ने रखी है वह उन लोगों के हिसाब से सही होगी यह जिन लोगों ने ऑप्शन खरीद के रखा है तो ऑप्शन चैन से हम यह अनुमान लगा सकते हैं ऑप्शन चैन में ट्रेडिंग करने वाले लोग ज्यादातर ऑप्शन सेलर होते हैं या ऑप्शन बेचने वाले।
Bank Nifty me ट्रेडिंग करने के लिए बेस्ट इंडिकेटर
ट्रेडिंग करने के लिए बैंक निफ्टी में अनुमान के आधार पर आप बैंक निफ़्टी का ग्राफ चार्ट लगा सकते हैं आप बैंक निफ़्टी का कैंडल चार्ट लगा सकते हैं.
अब यह आपको निर्णय लेना होता है कि आप क्या इंट्राडे में ट्रेड करने वाले हैं या आप डिलीवरी में ट्रेड करने वाले हैं अगर आप डिलीवरी में ट्रेड करने वाले हैं तब आपको 1 day कैंडलेस्टिक चार्ट लगाना होता है और अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं तब आपको कम से कम 15 min से 30 min का कैंडलेस्टिक चार्ट लगाना होता है.
Bank Nifty इंडेक्स ग्राफ
आप बैंक निफ़्टी इंडेक्स का ग्राफ भी खींच सकते हैं आप अपने अनुमान के आधार पर बना सकते हैं कि ग्राफ कैसा दिखना चाहिए इससे मतलब नहीं होता है कि ग्राफ कैसा दिख रहा है आपको अपने हिसाब से समझ में आना चाहिए।
Zero Loss | No loss Strategy in Bank nifty
जीरो लॉस स्ट्रेटजी बैंक निफ़्टी में ट्रेडिंग करने के लिए कोई strategy टिप्स
वैसे तो बैंक टीमें ट्रेडिंग करने के लिए बहुत सारे इंडिकेटर आपको इस्तेमाल करने होते हैं जैसे कि आप
मूविंग एवरेज,moving average, super trend,
RSI,Bollinger bands indicators , MACD indicators इन सारे इंडिकेटर्स का इस्तेमाल करते हैं.
लेकिन सारे इंडिकेटर्स आपको सिर्फ अनुमान ही देते हैं अगर आपको अच्छे से ट्रेड करके या एक प्रोफेशनल तरीके से आप trade करना चाहते हैं. तब आपको इन इंडिकेटर के साथ-साथ आपको अपनी strategy भी बनानी पड़ेगी.
तो चलिए आपको ऐसी Strategy के बारे में यहां पर डिस्कस करेंगे जिसमें आपको नुकसान होने की संभावना काफी कम हो जाती है.
हां एक बात गौर करने वाली यह है कि अगर आप को यहां पर नुकसान कम होगा तो मुनाफा भी कम होगा लेकिन मुनाफा इतना भी ज्यादा कम नहीं होगा कि आप उससे संतुष्ट ना हो पाए.
आपको पहले कुछ परसेंटेज के हिसाब से अपना मुनाफा या अपना नुकसान दोनों ही अपने दिमाग में यह पहले से सोच कर रख लेना है कि अगर मैं यह पोजीशन लेने जा रहा हूं तो मुझे इतना नुकसान हो सकता है और अगर फायदा होगा तो मैं इतने फायदे में निकल जाऊंगा.
तब आप यहां पर एक अच्छे प्रोफेशनल ट्रेडर की तरह ट्रेड कर सकते हैं और ठीक-ठाक मुनाफा कमा सकते हैं.
तो चलो जानते हैं. इस strategy को
zero loss strategy
Iron condor strategy
Iron condor best bank nifty strategy
यह Strategy को करने के लिए हमें सबसे पहले छोटा एक कॉल ऑप्शन बैंक निफ्टी का खरीदना होता है और एक पुट ऑप्शन बैंक निफ़्टी का खरीदना होता है.
खरीदने का मकसद होने वाले risk को कम करना होता है.
फिर हमको बैंक निफ्टी का एक बड़ा कॉल ऑप्शन सेल करना होता है और एक पुट ऑप्शन सेल करना होता है.
यहां पर मैंने उदाहरण के लिए
ध्यान देने वाली बात:
आप इस strategy को weakly expiry में नहीं कर सकते हैं क्योंकि अगर आप करेंगे यहां पर आपको काफी कम समय मिलेगा जिसकी वजह से आप अपने Risk को manage नहीं कर पाएंगे.
यहां पर आपको Monthly expiry को ही लेना होता है क्योंकि यहां पर आपके पास पर्याप्त समय होता है अपनी पोजीशन को एडजस्ट करने का.
मैंने यहां पर नवंबर के महीने के एक कॉल ऑप्शन खरीदा है.
42000 CE @148 RS
जो कि ₹148 पर अभी फिलहाल इसका स्ट्राइक प्राइस है.
और मैंने एक पुट ऑप्शन खरीदा है
36300 PE @123 RS
जोकि 123 रुपए पर ट्रेडिंग कर रहा है.
अब हमको एक पुट ऑप्शन सेल करना है
यहां पर मैंने एक
38000 PE @384 RS
मैंने एक 38000 का पुट 384 रुपए का स्ट्राइक प्राइस वाला put Short किया है.
फिर मैंने एक कॉल को शार्ट किया है
40800 CE @346
जो कि फिलहाल 346 स्ट्राइक प्राइस पर ट्रेड कर रहा है.
profit kaise hoga
मुनाफा कमाने के लिए आपको इस पूरे प्रीमियम को 1 महीने तक होल्ड कर करके रखना है.
जैसे-जैसे इसकी एक्सपायरी नजदीक आती जाएगी आपको इसके टाइम की वैल्यू जो की कम होती जाएगी उस हिसाब से इसका प्रीमियम नीचे गिरता जाएगा जब प्रीमियम नीचे गिरेगा तो आपने जो पोजीशन को शॉर्ट कर रखा है उस पोजीशन में आपको फायदा होता आएगा.
और अगर आपको रिस्क होने लगेगा इसका मतलब अगर कहीं अचानक से मार्केट ऊपर की तरफ बढ़ने लगे या आपकी दिशा के विपरीत जाने लगे तब आपको जो आपने पोजीशन को खरीद रखा है या आपने जो ऑप्शन को buy कर रखा है वह आपको रिक्स से बचाने की पूरी कोशिश करेंगे इससे यह होगा कि आपका फायदा होने की गुंजाइश थोड़ी बढ़ जाएगी और वहीं पर आकर रिस्क भी कम हो जाएगा
प्रॉफिट अपना इस तरह से कैलकुलेट कर सकते हैं.
आपका जो शार्ट वाला प्रीमियम है दोनों मिलाकर उसको आप Buy वाली प्रियम से घटा दे अंत में जो वैल्यू निकलकर आएगी
वह आपको महीने के अंत में मिल सकती है ऐसा कोई गारंटी नहीं है कि आपको यह वैल्यू मिल ही जाएगी।
अंतिम लाइन पर ध्यान जरूर दें गारंटी शब्द नहीं है हां आपका रिक्स जरूर यहां पर कम हो जाएगा लेकिन मुनाफे की गारंटी नहीं होती है स्टॉक मार्केट में.
जहां पर आपका जो प्रीमियम है वह यह है
- 38000 PE @384 RS+40800 CE @346 -42000 CE @148 RS+36300 PE @123 RS
- =459
नोट : यह बचा हुआ प्रीमियम आपका प्रॉफिट हो सकता है लेकिन गारंटी नहीं है इसलिए मैं इसको नोट के तौर पर लिख रहा हूं ताकि आपको अच्छे से रिमाइंड कर ले अगर मार्केट एक ही रेंज में चलता रहेगा तब हो सकता है आपको यहां पर इतना मुनाफा हो जाए लेकिन स्टॉक मार्केट को कभी-कभी लोग shock मार्केट भी बोलते हैं जो बिल्कुल सही है आप इस चीज को अपने दिमाग में बांध के चले कि आप जो यह मुनाफा देख रहे हैं वह सकता है आपको उतना ही नुकसान हो जाए.
इसलिए आप पहले से अपने दिमाग में यह चीजें बांध ले कि हां इतना नुकसान मुझे पहले से हो सकता है.
SGX Nifty Indian Market like Nifty 50 Index
Nifty 50 के जैसे SGX Nifty भी होता है. आप इसमें trading करके डॉलर में पैसा कमा सकते हैं. यह सिंगापुर से ऑपरेट होता है.
इसमें ट्रेडिंग कैसे करी जाती है यह जानने के लिए आप यहां पर क्लिक करें पूरी जानकारी आपको मिलेगी
What is SGX nifty and how we can earn money from sgx
DP In stock market| stock market me DP kya hota hai
What is Intraday in stock market| intraday profitable trades
What is Best time to exit the stocks
बैंक निफ्टी kya hai| बैंक निफ्टी इंडेक्स ऑप्शन को क्यों बनाया गया.
स्टॉक मार्केट में बहुत सारी अलग-अलग सेक्टर की कंपनियां है जैसे कोई फार्मा सेक्टर की कंपनी हो गई या फिर मेटल सेक्टर के कंपनी इन सभी सेक्टर की जो कंपनी है उनको एक नया इंडेक्स बनाया गया है जिसे बोलते Nifty 50 Index लेकिन बैंक निफ्टी को बनाने का उद्देश्य ये था कि भारत के जितने प्राइवेट सेक्टर के बैंक और सरकारी क्षेत्र के बैंक जिनकी परफॉर्मेंस अच्छी है हर बैंक को नहीं लिया गया है यहां पर सिर्फ 12 बैंकों का लिया गया है और 12 बैंकों को मिलाकर के एक समूह बनाया गया जिसे इंडेक्स बोलते हैं और यह इंडेक्स में ट्रेडिंग होती है.
जब बैंकों का कोई भी स्टॉक जैसे कि एचडीएफसी बैंक या फिर कोटक बैंक या फिर इंडसइंड बैंक इन सभी किसी एक बैंक में जब तेजी से मोमेंट आती है तब यह सारी मोमेंट हमें इंडेक्स में देखने को मिलती है जिसमें काफी ज्यादा उठापटक होती है और इसी उठापटक का फायदा इंट्राडे ट्रेडर अपने प्रॉफिट बुक करने में करते हैं.
option trading stock market me kaise karte hai| ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं
स्टॉक मार्केट में हर तरह से ट्रेडिंग होती है चाहे वह फ्यूचर ट्रेडिंग होती है, ऑप्शन ट्रेडिंग होती है और सबसे आसान ट्रेडिंग होती है वह है cash मार्केट की ट्रेडिंग. जिसमें आपके पास जितना पैसा होता है आप उस पैसे से ही स्टॉक खरीदते हैं और बेचते हैं.
ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए स्टॉक मार्केट में आपके पास दो विकल्प होते हैं जिनको हम वायदा बाजार में call और put बोलते हैं.
ऑप्शन का मतलब होता है विकल्प।
जैसे किसी स्टॉक का लॉट साइज 1000 रुपए है और उसके स्टॉक की कीमत 800 रुपए है तब यहां पर आपको इसका फ्यूचर खरीदने के लिए बहुत सारे पैसे की जरूरत पड़ेगी इसलिए इसका दूसरा ऑप्शन बनाया गया है जिसे आप कॉल और पुट के जरिए खरीद सकते हैं.
कॉल और पुट ऑप्शन ट्रेडिंग में इस्तेमाल होने वाले दो तरह के विकल्प है.
कॉल हम कब खरीदते हैं जब हमें लगता है कि बैंक निफ्टी या स्टॉक ऊपर की तरफ बढ़ेगा उसी तरीके से हम उसका पुट जब खरीदते हैं जब हमें लगता है वह नीचे गिरेगा।
कॉल पुट के बारे में पूरा आप यहां पर पढ़ सकते हैं example के साथ
What is call put |Call option kya hai
FAQ of your Mind
Bank Nifty की शुरुआत कब हुई थी कितने साल पहले
बैंक निफ़्टी किस सुरुवात सितंबर 15, 2003 को को हुई थी।
बैंक निफ्टी में कितने बैंक हैं
बैंक निफ्टी में अभी के आंकड़ों के हिसाब से 12 काफी बड़े बैंक जिसको लार्ज कैप बोलते हैं और जिन बैंको में तरलता है उनको इस बैंक में रखा गया है.
बैंक निफ्टी इंडेक्स को कैसे खरीद सकते हैं.
इसको खरीदना काफी आसान है आप अपने ब्रोकर के डिमैट अकाउंट से अपनी Watchlist में इसको लगाने के बाद बड़े ही आसान तरीके से खरीद सकते हैं.
बैंक निफ़्टी इंडेक्स किन बातों पर निर्भर करता है
बैंक निफ़्टी का इंडेक्स बैंकों के प्रदर्शन के आधार पर निर्भर करता है.
बैंक निफ़्टी का मतलब क्या है
इंडिया के कई बड़े और छोटे बैंक जिनके अंदर काफी तरलता है . लार्ज कैप बैंक , मीडियम साइज बैंक, से मिलकर बनाया गया है. यह इन्वेस्टर्स को एक बेहतर अनुमान देता है भारत के बैंकों का प्रदर्शन के हिसाब से जैसे इंडेक्स प्रदर्शन करता है उसी हिसाब से इन्वेस्टर इसमें पैसा लगाते हैं और निकालते हैं. यह 1 तरीके से काफी अच्छा इंडिकेटर है जो बैंकों में पैसा लगाते हैं.
बैंक निफ़्टी का लॉट साइज कितना होता है
बैंक निफ़्टी का लॉट साइज समय-समय पर बदलता रहता है लेकिन आज के समय में यह 25 qty का है. सन 2019 में इसका लोट साइज 40 qty था.
बैंक निफ़्टी इंडेक्स की शुरुआत कब हुई थी
इसकी शुरुआत सन 2000 में IISL यानि Indian Index Service Product Limited इस आर्गेनाइजेशन के द्वारा की गई थी उस समय 12 बैंकों को लिया गया था और आज भी 12 बैंक ही है.
Bank Nifty की शुरुआत कब हुई थी कितने साल पहले
बैंक निफ़्टी किस सुरुवात सितंबर 15, 2003 को को हुई थी। .
बैंक निफ़्टी का मतलब क्या है
बैंक निफ्टी भारत के कई बड़े और छोटे बैंक जिनके अंदर काफी तरलता है . लार्ज कैप बैंक , मीडियम साइज बैंक, से मिलकर बनाया गया है. यह इन्वेस्टर्स को एक बेहतर अनुमान देता है भारत के बैंकों का प्रदर्शन के हिसाब से जैसे इंडेक्स प्रदर्शन करता है उसी हिसाब से इन्वेस्टर इसमें पैसा लगाते हैं और निकालते हैं. यह 1 तरीके से काफी अच्छा इंडिकेटर है जो बैंकों में पैसा लगाते हैं.
बैंक निफ्टी में कितने बैंक हैं
बैंक निफ्टी में अभी के आंकड़ों के हिसाब से 12 काफी बड़े बैंक जिसको लार्ज कैप बोलते हैं और जिन बैंको में तरलता है उनको इस बैंक में रखा गया है.
बैंक निफ्टी इंडेक्स को कैसे खरीद सकते हैं.
इसको खरीदना काफी आसान है आप अपने ब्रोकर के डिमैट अकाउंट से अपनी Watchlist में इसको लगाने के बाद बड़े ही आसान तरीके से खरीद सकते हैं.
बैंक निफ़्टी इंडेक्स किन बातों पर निर्भर करता है
How bank nifty index depend on banks?
बैंक निफ़्टी का इंडेक्स बैंकों के प्रदर्शन के आधार पर निर्भर करता है.
Bank nifty कितने समय तक हम hold कर सकते हैं?
इसको आप कम से कम 3 महीने तक रोक कर रख सकते हैं.
Bank nifty weakly expiry me trade kase le
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